raisen me ghumne ki jagah | Raisen me ghumne ki jagah places to visit

By Meena Mohit

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raisen me ghumne ki jagah

raisen me ghumne ki jagah > रायसेन, मध्य प्रदेश का एक प्रसिद्ध और लोकप्रिय स्थान है। यहां कई ऐसी जगहें हैं जिन्हें यूनेस्को ने हेरिटेज साइट का दर्जा दिया है। रायसेन, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के पास स्थित एक जिला है। जनसंख्या और क्षेत्रफल के हिसाब से यह जिला काफी बड़ा है। रायसेन शहर भी घूमने के लिए बेहतरीन है, जहां कई दर्शनीय स्थल मिलते हैं। यदि आप रायसेन जाते हैं, तो आपको यहां की प्रमुख जगहों को अवश्य देखना चाहिए। इन जगहों पर घूमने से आपको एक अनोखा अनुभव प्राप्त होगा।

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1. sanchi stupa – raisen me ghumne ki jagah

सांची का स्तूप, मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के पास स्थित एक प्रमुख बौद्ध स्थल है। यहां बौद्ध धर्म से जुड़ी कई महत्वपूर्ण चीजें देखने को मिलती हैं। इस स्तूप का निर्माण मौर्य सम्राट अशोक ने तीसरी सदी में कराया था। सम्राट अशोक, मौर्य साम्राज्य के महान शासक थे, जिन्होंने युद्ध की त्रासदी से व्यथित होकर हिंदू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म अपना लिया था।

सांची के स्तूप गोलाकार गुंबदों की तरह हैं और इन्हें हजारों साल पहले बनाया गया था, फिर भी ये अब भी अच्छी हालत में हैं। स्तूपों के चारों ओर चार प्रमुख द्वार हैं, जिन्हें ‘तोरण’ कहा जाता है। हर द्वार पर खूबसूरत चित्र अंकित हैं, जो भगवान बुद्ध के जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं को दर्शाते हैं।

सांची में हर साल दिसंबर के महीने में एक मेले का आयोजन होता है, और यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक घूमने आते हैं। सांची की प्रसिद्धि इसलिए भी बढ़ी है क्योंकि इसका चित्र 200 रुपये के नोट पर छपा हुआ है। सांची, भोपाल से लगभग 40 किलोमीटर और रायसेन से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। आप सांची सड़क या ट्रेन से आसानी से पहुंच सकते हैं। यहां स्तूप देखने के लिए आपको 50 रुपये का टिकट लेना होगा।

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2. रायसेन किला – vidisha ghumne ki jagah

अगर आप रायसेन घूमने जाते हैं, तो रायसेन का किला जरूर देखना चाहिए। यह किला रायसेन शहर के ऊपर एक पहाड़ी पर स्थित है। इसका निर्माण 11वीं शताब्दी में किया गया था। किले की बनावट में राजपूत और अफगानी वास्तुकला का अनूठा संगम देखने को मिलता है। किले के भीतर आपको एक मंदिर और एक पुरानी बावड़ी भी दिखाई देगी। यह किला न केवल अपने ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है,

बल्कि यहां से दिखने वाला सुंदर दृश्य भी देखने लायक है। यहां से पूरे रायसेन शहर का शानदार नज़ारा मिलता है। चूंकि किला पहाड़ी पर बना है, इसलिए वहां से प्राकृतिक दृश्य काफी आकर्षक होते हैं। इस किले का नाम रायसेन तब पड़ा जब यहां के राजा राय सिंह ने इसे अपना निवास स्थान बनाया। अगर आप रायसेन जाते हैं, तो इस किले की यात्रा अवश्य करें।

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3. भीमबैठका गुफाएं – raisen mein ghumne ki jagah

रायसेन से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर भीमबेटका की गुफाएं स्थित हैं, जिन्हें यूनेस्को ने हेरिटेज साइट का दर्जा दिया है। इन गुफाओं के अंदर प्राचीन चित्रकला देखने को मिलती है, जो यह दर्शाती है कि प्राचीन मानव किस तरह का जीवन जीता था। कहा जाता है कि यहां की चित्रकला लगभग 3000 साल पुरानी है

और ये चित्र मुख्य रूप से जानवरों की दिनचर्या को दर्शाते हैं। भीमबेटका की गुफाएं मानव जीवन की सबसे पुरानी गवाह हैं और इतिहास के शुरुआती दौर की झलक पेश करती हैं। अगर आप रायसेन घूमने जाते हैं, तो इन ऐतिहासिक गुफाओं को देखने के लिए भीमबेटका जरूर जाएं।

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4. उदयगिरि गुफाएं – ghumne ki jagah in raisen

उदयगिरि की गुफाएं, रायसेन जिले में स्थित हैं और तहसील से लगभग 40 से 45 किलोमीटर की दूरी पर हैं। ये गुफाएं गुप्त काल की हैं और इनमें आपको हिंदू धर्म के देवी-देवताओं की कई मूर्तियां देखने को मिलेंगी। गुफा नंबर 5 में भगवान विष्णु के 12 अवतारों की मूर्ति प्रमुख आकर्षण है।

इसके अलावा, इन गुफाओं में बौद्ध धर्म से संबंधित कुछ मूर्तियां भी देखने को मिलती हैं। अगर आप रायसेन या सांची की यात्रा पर हैं, तो उदयगिरि की गुफाओं को जरूर देखना चाहिए। ये गुफाएं बेहद प्राचीन हैं और यहां देश-विदेश से पर्यटक घूमने के लिए आते हैं।

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5 . केवड़ा झील – raisen m ghumne ki jagah

दोस्तों, अगर आप रायसेन घूमने जाते हैं, तो केवड़ा झील को देखने जरूर जाएं, क्योंकि यह झील बेहद खूबसूरत है और चारों ओर से पहाड़ों से घिरी हुई है। यहां का मनमोहक दृश्य आपको जरूर पसंद आएगा, और यह स्थान अपनी शांति के लिए भी जाना जाता है। यह झील पिकनिक और फोटोग्राफी के लिए एक बेहतरीन जगह है।

यहां पानी के अच्छे स्रोत हैं, जिससे आप बोटिंग का आनंद भी ले सकते हैं। इस स्थान पर बड़ी संख्या में पर्यटक घूमने आते हैं। अगर आप प्रकृति प्रेमी हैं, तो केवड़ा झील जरूर देखें। रायसेन का यह टूरिस्ट प्लेस काफी लोकप्रिय हो रहा है, खासकर बरसात के मौसम में, जब यहां प्रतिदिन हजारों की संख्या में पर्यटक आते हैं।

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6. सोमेश्वर धाम – raisen ke aas paas ghumne ki jagah

अगर आप रायसेन जाते हैं, तो आपको रायसेन जिले में स्थित भगवान शिव का प्रसिद्ध सोमेश्वर धाम जरूर देखना चाहिए। यह मंदिर बहुत लोकप्रिय है और सावन के महीने में यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। इस मंदिर का विशेष धार्मिक महत्व है,

और इसका शांतिपूर्ण वातावरण आपको बेहद पसंद आएगा। यहां आकर आप पूजा-अर्चना कर सकते हैं और शांति का अनुभव कर सकते हैं। यह रायसेन जिले का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, जहाँ भगवान शिव के प्रति श्रद्धा रखने वाले लोग जरूर आते हैं।

7. बारना बांध – vidisha ke pass ghumne ki jagah

दोस्तों, अगर आप रायसेन जाते हैं, तो बारना बांध जरूर देखें। यह बांध हरे-भरे पेड़ों और पहाड़ियों के बीच स्थित है और काफी बड़ा है। यह पिकनिक के लिए भी एक बेहतरीन स्थान है, जो शांत और सुकून भरा माहौल प्रदान करता है। अगर आप शहर की भागदौड़ से परेशान हैं, तो बारना बांध जाकर वहां बोटिंग का मजा लें और आसपास की हरियाली का आनंद लें। यह क्षेत्र पर्यावरण प्रेमियों के लिए काफी अच्छा माना जाता है, और यहां आप कई प्रकार के पक्षियों को भी देख सकते हैं।

🏨 रायसेन कैसे पहुँचें और कहाँ ठहरें?

  • कैसे पहुँचें: रायसेन भोपाल से 45 किलोमीटर दूर है। आप भोपाल रेलवे स्टेशन या राजा भोज एयरपोर्ट से टैक्सी या बस द्वारा यहाँ आ सकते हैं।

  • ठहरने की व्यवस्था: रायसेन में कई बजट और मिड-रेंज होटल उपलब्ध हैं। भोपाल में ठहरना भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है क्योंकि वहां सुविधाएं अधिक हैं।

🔗 अधिक जानकारी के लिए आप MP टूरिज्म की वेबसाइट देख सकते हैं।


📅 रायसेन घूमने का सही समय

रायसेन घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच है। इस दौरान मौसम सुहावना होता है और गर्मी से राहत मिलती है। मानसून में भी यहां हरियाली देखने लायक होती है।


❓ FAQs – Raisen Me Ghumne Ki Jagah

Q1. क्या रायसेन में सांची और भीमबैठका एक ही दिन में देख सकते हैं?
हाँ, यदि आप जल्दी शुरू करें तो दोनों जगह एक ही दिन में देखी जा सकती हैं।

Q2. रायसेन में बोटिंग की सुविधा कहाँ मिलती है?
केवड़ा झील और बारना डैम में आप बोटिंग का आनंद ले सकते हैं।

Q3. रायसेन जाने के लिए कितने दिन पर्याप्त हैं?
2 दिन में आप प्रमुख स्थानों को आसानी से कवर कर सकते हैं।

Q4. रायसेन घूमने के लिए गाइड की आवश्यकता है क्या?
सांची और भीमबैठका जैसी जगहों पर गाइड लेना अच्छा रहेगा ताकि इतिहास की जानकारी बेहतर मिल सके।

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दोस्तों, हमने इस आर्टिकल में रायसेन जिले से जुड़ी सभी जानकारी हिंदी में प्रस्तुत की है। यदि आपको हमारा लिखा हुआ आर्टिकल पसंद आया है और इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको समझ में आ गया है कि रायसेन में घूमने के लिए कौन-कौन सी जगहें महत्वपूर्ण हैं, तो आप इसे अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और भाई-बहनों के साथ साझा कर सकते हैं। इसके साथ ही, हमें कमेंट करके बताएं कि आपको हमारा आर्टिकल कैसा लगा। धन्यवाद!

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mohit Meena is a travel blogger and founder of tourpack.online, passionate about exploring hidden gems and sharing travel tips to help others plan memorable trips across India.

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